National Pension Scheme – NPS भारत सरकार द्वारा निवेश के अधार पर शुरू कि गई एक राष्ट्रीय पेंशन योजना है। जिसे नागरिकों को वृद्ध अवस्था में या रिटायरमेंट के बाद सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू कि गई योजना है।
इसे PFRDA यानी Pension Fund Regulatory and Development Authority द्वारा रेग्यूलेट किया जाता है।
यह योजना किसी व्यक्ति के लिए रिटायर्ड प्लानिंग और टैक्स पर लाभ लेने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आज हम इस आर्टिकल को NPS यानी नेशनल पेंशन योजना के बारे में देखेंगे।
NPS का फुल फॉर्म | NPS Full Form in Hindi
NPS : National Pension Scheme
NPS – National Pension Scheme क्या है?
NPS यानी नेशनल पेंशन योजना भारत सरकार द्वारा शुरू कि गई एक सामाजिक पहल है। इसे 1 जनवरी 2004 को शुरू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य देश के असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले नागरिकों को पेंशन योजना का लाभ देना है।
इस योजना के अंतर्गत कोई भी सरकार, गैर-सरकारी या सेल्फ एम्प्लाइज ( सशस्त्र बलों को छोड़कर ) अपने रोजगार के दौरान इस पेंशन स्कीम में अपने हिसाब से एक निश्चित समय में पैसा निवेश कर सकता है।
इसमें 18 साल से 70 साल तक के व्यक्ति निवेश कर सकते हैं। इस योजना में निवेश किया गया पैसा और इसपर मिलें रिटर्न्स से जो भी पैसा बनता है उसका 60% आप सेवानिवृत्ति के बाद या 70 सालों के बाद Lump sum Amount निकाल सकते हैं और बाकी बचा 40% पैसा आपको हर महीने ( पेंशन के रूप में ) किश्तों में मिलता रहेगा।
इस योजना से मिला किसी भी प्रकार का लाभ टैक्स फ्री है। यानी इस योजना में निवेश के बाद आपको जो भी पैसा और रिटर्न्स मिलता है वह बिल्कुल टैक्स फ्री है, उसपर Income tax नहीं लगता है।
एनपीएस की विशेषताएं | Features Of NPS
- आपके द्वारा NPS में लगए पैसों को आपको किस एसेट क्लास में कितना निवेश करना है इसके लिए NPS द्वारा आपको दो विकल्प दिए जाते हैं। 1. Active Choice : जिसमें आप खुद तय कर सकते हैं किसमें कितना निवेश करना चाहिए। 2. Auto Choice : जिसमें फंड मैनेजर अपने हिसाब से निवेश करता है।
- NPS Account के लिए आपको तीन लोगों को वारिस रखने का विकल्प दिया जाता है।
- NPS में आप 75 सालों तक निवेश कर सकते हैं। पहले यह 70 सालों के लिए था।
- आपके द्वारा NPS में लगाए पैसों को कौन सी फंड मैनेजर कंपनी मैनेज करेगी यह आप तय कर सकते हैं। और अगर आपको अपना फंड मैनेजर बदलना हो तो वह भी आप कर सकते हैं।
- NPS में लगाए गए पैसों को आप सेवानिवृत्त या 60 साल के बाद 60% तक निवेश निकाल सकते हैं और बाकी बचा पैसा पेंशन के रूप में किश्तों में ले सकते हैं। ( NPS लगाएं पैसों को हम 60 सालों से पहले नहीं निकाल सकते )
- लेकिन कुछ कारणों में जैसे कि कोई मेडिकल एमर्जेंसी, घर बनाने, बच्चों कि उच्च शिक्षा या शादी के खर्च के लिए हर पांच साल में एक बार और पुरे जिंदगी में 3 बार आप NPS के मेच्योरिटी से पहले 25% तक का पैसा निकाल सकते है। और वह भी सिर्फ अपने द्वारा निवेश किया गया पैसा।
- NPS में हम दो प्रकार के अकाउंट खोल सकते हैं। एक टियर 1 अकाउंट जो पेंशन योजना के लिए है और दूसरा टियर 2 अकाउंट जिसका उपयोग हम निवेश के लिए कर सकते हैं।
NPS में लगाया पैसा कहां पर निवेश किया जाता है?
NPS में जमा किए पैसों को एक फंड मैनेजर द्वारा अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश किया जाता है। जैसे कि :
- Equity : High Risk
- Corporate Bond : Medium Risk
- Government Security : No Risk
जैसे कि आप देख सकते हैं कि NPS में लगाए पैसों को तीन अलग-अलग प्रकार के एसेट क्लास में लगाया जाता है। जिसमें Equity यानी स्टॉक मार्केट जिसमे ज्यादा रिस्क शामील है, दुसरा कॉर्पोरेट बॉन्ड जिसमें मीडियम रिस्क शामिल होता है और तीसरा गवर्नमेंट सिक्युरिटीज में जिसमें कोई रिस्क नहीं होता ऐसे तीन प्रकार के एसेट क्लास में पैसों को लगाया जाता है।
एनपीएस के लाभ | Benifits of NPS
- NPS में लगाए गए पैसों में से कुछ हिस्सा इक्विटी में भी निवेश होता है। इसलिए इसपर बाकी बचत स्कीम जैसे PPF से बेहतर रिटर्न्स मिलने कि संभावना होती है।
- पिछले रिकॉर्ड को देखा जाए तो इसने कम से कम 9% से 10% तक का रिटर्न दिया है। अगर आप अपने रिटर्न्स से संतुष्ट नहीं हैं तो आप अपना फंड मैनेजर भी बदल सकते है।
- क्योंकि इसे सरकार कि बॉडी पीएफआरडीए द्वारा रेग्यूलेट किया जाता है, इसलिए इसमें किसी भी प्रकार का स्कैम होने कि संभावना नहीं है।
- NPS योजना में आप अपने हिसाब से निवेश कर सकते हैं। इसमें हर महीने निवेश करना हो यह अनिवार्य नहीं है। बस साल में कम से कम 500 रुपए तक निवेश करना जरूरी है। नहीं तो आपका अकाउंट Deactivate हो जाएगा। जिसे आप फिर से Activate कर सकते हैं।
- NPS में आपको Section 80CCD1 और Section 80CCD (1B) के तहत 2 लाख रुपए तक का टैक्स बचा सकते हैं।
- NPS में निवेश करने से सेवानिवृत्त के बाद हमें हमारे निवेश और रिटर्न्स के कुल अमाउंट का 60% तक पैसा निकाल सकते हैं जो पूरी तरह से टैक्स फ्री होगा। और बाकी बचा हुआ 40% हमें पैंशन के रूप में मिलता रहेगा।
एनपीएस के नुकसान
NPS Pension योजना में हमें बहुत से लाभ मिलते हैं। लेकिन इसके भी कुछ नुकसान या कहें कमियां हैं। जिन्हें जानना हमारे लिए जरूरी है।
NPS के कुछ नुकसान इस प्रकार है :
- NPS योजना लॉक-इन पीरियड के साथ आती है। इसलिए अगर आप इसमें निवेश करते हैं तो आप अपने पैसों को बिज में ही निकाल नहीं सकतें। NPS account खोलने के 10 साल बाद ही आप ही कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं और पूरे जीवन में सिर्फ तीन बार निकाल सकते हैं। जब आपकी उम्र 60 साल होगी तब ही आप इसमें से ज्यादा से ज्यादा 60% तक ही फंड को निकाल सकते हैं।
- इसमें एक कमी यह भी है कि आप अपने पुरे फंड का ज्यादा से ज्यादा 75% हिस्सा ही इक्विटी में निवेश कर सकते हैं और जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाएगी वैसे वैसे आपका इक्विटी में निवेश होने वाला हिस्सा कम जोखिम में निवेश होता जाएगा।
- NPS Pension से भले ही हमें कहीं सारे टैक्स लाभ मिलते हैं। लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद nps द्वारा हमें जो पेंशन मिलेगी उसे आपकी Income मानी जाएगी और उसपर आपको अपने income Slab के अनुसार टैक्स देना होगा। यानी NPS द्वारा मिलने वाली पेंशन Tax Free नहीं है।
एनपीएस अकाउंट के प्रकार | Types of NPS Account in Hindi
NPS Pension Scheme हमें दो प्रकार के अकाउंट खोलने के विकल्प देती है। जो इस प्रकार है :
- NPS Tier – 1 : NPS Tier 1 अकाउंट ही NPS योजना का मुख्य अकाउंट होता है। इसी अकाउंट के तहत निवेश किए गए पैसों पर हमें पेंशन योजना का लाभ और टैक्स का लाभ मिलता है। यह अकाउंट खोलने के लिए कम से कम 500 रूपए लगते हैं। इसमें आपको कम से कम हर महीने 500 या साल भर में कम से कम 1000 रू जमां करना होता है।
- NPS Tier – 2 : यह अकाउंट NPS द्वारा ही निवेश करने के लिए जारी किया अकाउंट है। इस अकाउंट का और NPS Pension Scheme का कोई संबंध नहीं है। इस अकाउंट के जरिए किए गए निवेश पर आपको टैक्स लगता है। यह अकाउंट किसी भी तरह के लॉक-इन पीरियड के साथ नहीं आता है। एक तरह से यह एक म्युचुअल फंड अकाउंट ही होता है जहां से आप जब चाहे निवेश कर सकते हैं और जब चाहे अपना निवेश निकाल सकते हैं।
एनपीएस अकाउंट कैसे खोलें
NPS अकाउंट हम किसी भी बैंक में जाकर खोल सकते हैं। बैंक आपके और सरकार के बीच में एक मिडल मैन की तरह काम करते हैं। इसके साथ ही आप NPS Account को घर बैठे Online भी खोल सकते हैं। इसके लिए आप ENPS कि Official Site पर जाकर अपना अकाउंट खोल सकते हैं।
Online NPS Account खोलने के लिए आपका आधार कार्ड अपने मोबाईल नंबर से लिंक होना चाहिए।
एनपीएस में कितनी पेंशन मिलेगी
इसे हम एक उदाहरण से समझ सकते हैं।
उदाहरण के लिए अगर आप अपने 30 साल से हर महीने 3000 रुपए अपने उम्र के 60 सालों तक NPS में निवेश करते हैं, तो इन 30 सालों में आप करीब 10 लाख 80 हजार रुपए इस स्कीम में निवेश कर चुके होंगे। और इसपर आपको 10% तक भी रिटर्न मिलता है, तो यह 10 लाख आपके होंगे 68,379,76 रुपए। और इनमें से अगर आप 60% पैसा 60 साल में निकाल लेते हैं तो आपके पास बचेंगे 27,35190 रूपए अब इस अमाउंट का 6% भी अगर आपको हर साल मिलता है तो वह होता है 1,64,111 रूपए जिससे आपको महीने में 13 हजार से 14 हजार रुपए पेंशन के रूप में मिलेंगे।
इस तरह से आप अपने निवेश अमाउंट को कम ज्यादा करके यह पेंशन कितनी मिलें यह तय कर सकते हैं।
FAQ About NPS Scheme
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