SEBI क्या है? SEBI’s Role, Objective, Meaning, Full Form in Hindi

SEBI Kya Hai - What is SEBI in Hindi

SEBI का Full Form : सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया है। सेबी भारत के शेअर मार्केट का Regulator यानी नियामक है। जिसकी स्थापना 12 April 1988 में गैर सांविधिक रूप में हुई थी। इसका काम Securitie’s Market के लिए Rules And Regulation बनाना और निवेशकों के हितों कि रक्षा करना है।

अगर आप stock market से संबंधित पढ़ते या सुनते हैं तो आपने कही बार सेबी का नाम न्यूज में सुना होगा। जिनका नाम आए दिन news में आता रहता है?

लेकिन यह SEBI है क्या? स्टॉक मार्केट और इसका क्या संबंध है? यह क्या काम करती है? इसी तरह SEBI से जुड़े हर सवालों के जवाब हम आज इस आर्टिकल में देने कि कोशिश करेंगे।

Highlights Of SEBI

  • SEBI भारत में सिक्युरिटीज मार्केट के विकास और विनिमय के लिए भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक कानूनी संस्था है।
  • सेबी की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक के प्रशासनिक अधिकार के तहत 12 अप्रैल, 1988 में एक गैर वैधानिक संस्था के रूप में हुई थी। बाद में, 1992 में सरकार द्वारा सेबी अधिनियम पारित किया गया और इसे वैधानिक अधिकार प्राप्त हुए।
  • SEBI का मुख्य उद्देश्य है, सिक्युरिटीज मार्केट में निवेशकों के हितों कि रक्षा करना और उन्हें निवेश से संबंधित किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी से बचाना।
  • SEBI का काम मुख्य शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और अन्य वित्तीय संस्थानों का संचालन और नियमन करना है।

सेबी का फुल फॉर्म | SEBI Full Form in Hindi

SEBI का Full Form :- Securities and Exchange Board of India है।
SEBI Full Form

SEBI क्या है? SEBI Meaning in Hindi

SEBI यानी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, भारत के शेअर मार्केट को regulate करने वाला Regulator या नियामक है। जिसका काम देश के सिक्युरिटीज मार्केट को जैसे कि शेअर मार्केट, म्युचुअल फंड, स्टॉक एक्सचेंज, Portfolio Manegement, Investment Advisory Etc.. के लिए नियम बनाना, उन नियमों का सही से पालन करवाना है।

सेबी का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के हितों कि रक्षा करना, भारत में निवेश के लिए एक बेहतरीन वातावरण बनाना और निवेश से संबंधित समस्याओं को दूर करना है।

SEBI भारत के प्रतिभूति मार्केट यानी securities market को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक संवैधानिक संस्था है। जिसे सरकार द्वारा कुछ विशेष अधिकार देकर securities market को नियंत्रित और मैनेज करने का काम दिया गया है।

SEBI कि शुरुआत।

SEBI – Securities and Exchange Board of India का गठन भारत सरकार के एक प्रस्ताव के रूप में 12 April, 1988 में एक गैर-वैधानिक संस्था के रूप में हुआं था।

बाद में 30 जनवरी 1992 में भारत सरकार द्वारा संसद में सेबी अधिनियम पारित किया गया, जिसमें सेबी को कुछ विशेष अधिकार दिए गए और इस तरह भारतीय प्रतिभूति बाजार के लिए एक कानूनी तौर पर regulator यानी नियामक की स्थापना हुई।

सेबी का मुख्य कार्यालय मुंबई में स्थित है। इसके अलावा नई दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद में भी SEBI के मुख्यालय मौजूद है।

सेबी का उद्देश्य | Objective Of SEBI in Hindi

SEBI का मुख्य उद्देश्य है, शेअर मार्केट, म्युचुअल फंड, स्टॉक एक्सचेंज जैसे सिक्युरिटीज मार्केट में निवेशकों के हितों कि रक्षा करना और उन्हें निवेश से संबंधित किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी से बचाना।

इसके साथ ही securities market के विकास के लिए काम करना और निवेश के लिए एक बेहतरीन वातावरण बनाना भी सेबी का मुख्य उद्देश्य है।

सेबी का कार्य | Functions Of SEBI in Hindi

सेबी का मुख्य उद्देश्य है निवेशकों के हितों कि रक्षा करना और उन्हें किसी प्रकार कि scam से बचाना। जिसके लिए SEBI को कहीं तरह के कार्य करने पड़ते हैं, जो कुछ इस प्रकार है :

  • Securities Market में निवेशकों के साथ को धोखाधड़ी ना हो इसके लिए काम करना।
  • सिक्युरिटीज मार्केट के विकास और विस्तार के लिए काम करना।
  • Portfolio Management Services, Mutual Fund, Brokers, स्टॉक एक्सचेंज के लिए आवश्यक rules or regulations बनाना।
  • कंपनियों के अधिग्रहण और शेअर्स के अधिग्रहण पर निगरानी रखना।

सेबी के अधिकार | SEBI’s Power

सिक्युरिटीज मार्केट का संचालन सही तरीके से हो और इसमें निवेशकों के साथ कोई Scam ना हो इसलिए भारत सरकार ने SEBI कुछ शक्तियां प्रदान कि है, जिसका उपयोग सेबी सिक्युरिटीज मार्केट को अच्छे से नियंत्रित करने के लिए करती है।

  • अगर सिक्युरिटीज मार्केट में को ग़लत काम हो रहा है तो ऐसे में उसपर कानूनी कारवाई करने का अधिकार सेबी के पास है।
  • अगर सेबी को किसी कंपनी में गड़बड़ी का कोई संकेत या जानकारी मिलती है तो उस कंपनी के Balance Sheet कि जांच करने का अधिकार सेबी के पास है।
  • Securities Market को सही और आसान बनाने के लिए स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकरेज, AMC Company’s से संबंधित नियम बनाना का अधिकार भी सेबी को है।
  • अगर किसी जांच में कोई दोशी पाया जाता है, तो उसको मार्केट से (Ban) यानी प्रतिबंधित या उसपर जुर्माना लगाने का अधिकार भी सेबी के पास है।
  • भारत में प्रतिभूति बाजार में निवेश को आसान और तेज करने के लिए हर आवश्यक नियम और शर्तें बनाने का अधिकार सेबी के पास है।

सारांश।

SEBI भारत में सिक्युरिटीज मार्केट के विकास और विनिमय के लिए भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक कानूनी संस्था है।

जिसका काम प्रतिभूति बाजार में शेअर मार्केट, म्युचुअल फंड, स्टॉक एक्सचेंज, निवेश सलाहकार etc.. के लिए rules and regulations बनाना और निवेशकों के हितों कि रक्षा करना है।

FAQ About SEBI In Hindi

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