NPCI का फुल फॉर्म है National Payments Corporation of India। यह भारत कि एक non profit वित्तीय सेवा निगम [ Corporation ] है जो Retail Payment और settlement systems का काम करती है।
NPCI को भारतीय रिज़र्व बैंक यानी (RBI) और Indian Banks Association (IBA) द्वारा 2008 में संयुक्त रूप से बनाया गया है। इसका मुख्य लक्ष्य पुरे भारत में business और Retail Payments के लिए एक राष्ट्रव्यापी मानक बनाना था।
इसलिए NPCI द्वारा आज हमें इसमें अलग-अलग सेवाएं उपलब्ध कि जाती है।
NPCI का फुल फॉर्म। NPCI Full Form in Hindi
NPCI का Full Form : National Payments Corporation of India है।
NPCI काम कैसे करता है? How NPCI Works
NPCI : National Payment Corporation of India एक Non Profitable Corporation है। जिसे भारत में इलेक्ट्रॉनिक payment को बढ़ावा देने और इसके लिए आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई है।
इसकी स्थापना 2008 में हुई और यह कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत काम करतीं हैं।
NPCI को RBI – Reserve Bank of India और Indian Banks Association (IBA) द्वारा संचालित किया जाता है।
इसमें RBI के साथ State Bank of India, Punjab National Bank, Bank of Baroda, Canara Bank, Bank of India, HDFC Bank, Citibank, HSBC, और ICICI Bank. शामिल है।
NPCI द्वारा दीं जाने वाली सेवाएं | NPCI Products
NPCI द्वारा दीं जाने वाली बहुत सी सेवाएं आज हम रोजमर्रा के कामों में करते हैं और उनकी वजह से आज हमारे कहीं काम तेज और आसानी से हो रहें हैं। लेकिन हमें यह नहीं पता कि यह NPCI द्वारा बनाए गए और चलाएं जाने वाली सेवाएं है।
NPCI द्वारा संचालित सेवाएं कुछ इस प्रकार है :
1. UPI
UPI यानी Unified Payments Interface जिसका उपयोग हम आएं दिन कहीं भी पेमेंट करने या पैसों को ट्रांसफर करने के लिए करते हैं। यह सिस्टम NPCI द्वारा बनाया गया है। UPI कि मदद से हम एक ही मोबाईल एप्लिकेशन से अनेक बैंक अकाउंट में आसानी से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
UPI हमें बिना किसी तीसरे वैलेट के किसी भी दुसरे अकाउंट में अंतर बैंकिंग ट्रांसफर कि सुविधा देता है।
2. NFS
NFS यानी National Financial Switch 37 सदस्य बैंक और 50,000 ATMs का नेटवर्क है। जिसे 2009 में Institute for Development and Research in Banking Technology (IDRBT) से NPCI के अधिकार में लिया गया है। अधिकार में लेने के बाद इसमें ATMs और बैकों की सदस्यता बढ़ी है।
3. RuPAY
RuPay Card मास्टरकार्ड और VISA Card का ही भारतीय संस्करण है। इसे NPCI द्वारा भारतीय लोगों कि आवश्यकता के अनुसार बनाया गया है। इसके तहत किफायती प्रीपेड कार्ड, debit card और credit card उपलब्ध कराए जाते हैं।
इसके साथ ही इन Rupay Card से भारत सरकार ने प्रधान मंत्री जन धन योजना, अटल पेंशन योजना जैसी योजनाओं को भी जोड़ा है जिसकी वजह से आज RuPay Card भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले कार्ड्स में से एक बन गया है।
RuPay Card ने सामान्य नागरिकों के जीवन को भी प्रभावित किया है।
4. Bharat BillPay
Bharat BillPay भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बनाई और NPCI द्वारा चलाई जाने वाली एक पेमेंट प्रणाली है। यह सभी प्रकार के पेमेंट जैसे कि म्युचुअल फंड, बीमा प्रीमियम, Mobile Phone Bill, बिजली, DTH, गैस, पानी इन जैसे अनेक प्रकार के payment के लिए one stop solution है।
इसके ज़रिए सारे प्रकार के बिल्स को हम आसानी से भर सकते हैं और इसका उपयोग भी आसान है। इसमें बिल भुगतान के बाद हमें बिल रसीद भी दी जाती है।
5. IMPS
IMPS का मतलब होता है Immediate payments system यानी तत्काल भुगतान प्रणाली इसके तहत कोई भी व्यक्ति रियल टाइम में किसी दुसरे बैंक अकाउंट में पैसों को ट्रांसफर कर सकता है। इसमें दुसरे पेमेंट विकल्पों कि तरह बैंकिंग घंटों तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती।
इससे पहले उपभोक्ताओं के पास केवल NEFT और RTGS जैसे ही विकल्प होते थे जिसमें हमें चालू बैंकिंग घंटों की आवश्यकता होती थी। लेकिन IMPS के जरिए हम 365 दिन कभी भी वास्तविक समय में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
इस सुविधा से हम हॉलिडे यानी छुट्टी के दिनों में भी पैसों को ट्रांसफर कर सकते हैं। यह सुविधा भी NPCI द्वारा चलाई जाती है।
6. NETC
NETC का मतलब है National Electronic Toll Collection जो भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन के लिए बनाया गया एक सिस्टम है। इसी के उपयोग से आज पुरे भारत में तेज़ गति से टोल कलेक्शन हो रहा है।
इस सिस्टम को हम FASTag से जानते हैं। जो सभी वाहनों पर लगाया गया है। इसे NPCI द्वारा संचालित किया जाता है।
7. CTS
CTS का फुल फॉर्म Cheque Truncation System होता है। यह चेक ट्रांजेक्शन को क्लियर करने वाला एक तेज़ सिस्टम है। इस सिस्टम के तहत चेक कि फोटो खींचकर उसे क्लिअर किया जाता है। जिसकी वजह से चेक में होने वाले ट्रांजेक्शन तेज़ गति से होने लगें हैं।
पहले चेक डालने पर उसे अलग अलग स्टेप्स से गुजरना पड़ता था।
8. BHIM
जब पहली बार UPI जैसा कॉन्सेप्ट आया तब भारत सरकार द्वारा इसे लोगों को परिचित कराने के लिए Bharat Interface for Money यानी (BHIM) को लॉन्च किया गया था। BHIM में UPI ID का उपयोग करके बैंक टू बैंक फंड ट्रांसफर किया जा सकता है।
9. NACH
NACH एक तरह का पैसों कि लेन-देन करने वाला ऑटोमैटिक सिस्टम है। जिसका उपयोग सरकार, बैंकों और कंपनियों के द्वारा एक साथ कहीं सारे ट्रांजेक्शन करने के लिए किया जाता है।
यह एक ऐसा सिस्टम है जिसके उपयोग से एक साथ बहुत सारे बैंक अकाउंट में पैसे भेजें जा सकते हैं और एक साथ कहीं बैंक अकाउंट से पैसों को प्राप्त किया जा सकता है।
10. APBS
APBS यानी Aadhaar Payment Bridge (APB) System यह सरकार और सरकारी संस्थाओं द्वारा लोगों को direct benefit transfers करने के लिए किया जाता है। जिससे लाभार्थी को बिना किसी बचोलिए के किसी भी लाभ मिलने में मदद मिलती है।
11. AePS
AePS का मतलब होता है Aadhar enabled payments service जिसकी मदद से कोई व्यक्ति किसी Pos या रिटेल मर्चेंट के यहां से सिर्फ अपने बायोमेट्रिक और बैंक अकाउंट नंबर देकर किसी को भी पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए आपको बैंक में जाने कि जरुरत नहीं पड़ती है। इसे संचालित करने का काम भी NPCI द्वारा किया जाता है।
12. BharatQR
BharatQR किसी भी प्रकार के ट्रांजेक्शन को एक ही QR Code स्कॉन करके को ट्रांजेक्शन को पुरा करने कि सुविधा देते हैं। इससे पहले हमें हर पेमेंट एप के अलग-अलग QR Code रखने कि जरुरत होती थी।
लेकिन BharatQR कि नई तकनीक से एक ही QR Code से हम अलग-अलग पेमेंट गेटवे से ट्रांजेक्शन करने में सक्षम है।
13. BHIM Aadhaar Pay
BHIM Aadhar Pay भी एक रियल टाइम फंड ट्रांसफर करने वाला एक सिस्टम है। जिसमें आधार बायोमेट्रिक का उपयोग करके ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसके ज़रिए प्रति लेन-देन 10,000 रूपए तक ट्रांजेक्शन किया जाता है।
14. *99#
इसका उपयोग पेमेंट और बैंकिंग में अलग तरह से किया जाता है। यह ट्रांजेक्शन और बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने के लिए NPCI द्वारा उपलब्ध एक अलग विकल्प है।
इसे गांव और दुर्गम इलाकों तक पहुंच बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। पहले इसका उपयोग सिर्फ MTNL और BSNL ग्राहकों के लिए ही उपलब्ध था लेकिन अब यह 11 ज्यादा टेलीफोन कंपनियों के ग्राहक इसका उपयोग कर सकते हैं। इसे मोबाईल में डायल करके हम फंड ट्रांसफर, band balance check, reset pin जैसी सुविधाओं का उपयोग ले सकते हैं।
एनपीसीआई का उद्देश्य। Objectives of NPCI
- NPCI का पहला मुख्य उद्देश्य है डिजिटल वित्तीय लेन-देन में भारत को स्वदेशी और सुरक्षित भुगतान प्रणाली उपलब्ध कराना और उसका संचालन करना।
- NPCI का दुसरा मुख्य उद्देश्य है भारत में डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करना और इसे बढ़ावा देना। जिससे online ट्रांजेक्शन बढ़ सकें और करंसी नोटों का कम से कम उपयोग हो।
- भारत के गांव गांव तक और दुर्लभ इलाकों तक डिजिटल भुगतान प्रणाली को पहुंचाना और देश को कैशलेश economy के तरह ले जाना।
- देश में अंतर बैंकिंग ट्रांसफर सुविधा को सुलभ, सक्षम और तेज करना जिससे हमारी बैंकिंग प्रणाली तेज़ गति से काम कर सके।
- NPCI कि शुरुआत पुर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा कि गई थी। जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी समर्थन किया गया और इसके जरिए प्रधानमंत्री जन धन योजना को भारत के हर नागरिक तक पहुंचाया गया।
NPCI कि ज़िम्मेदारीया।
- देश में एक कुशल और मजबूत भुगतान प्रणाली बनाने कि जिम्मेदारी NPCI पर है।
- UPI को चलाने कि जिम्मेदारी NPCI कि है।
- UPI के उपभोक्ताओं का ऑडिट करने का अधिकार NPCI के पास है।
- NPCI के पास UPI से संबंधित PSPs और TPAP के नियम और शर्तों को रखने और बदले का अधिकार है।
- NPCI द्वारा चलाए जाने वाली सारी सेवाओं को सुरक्षित तरीके से चलाएं जाने की जिम्मेदारी NPCI पर है।
सारांश।
NPCI का Full Form : National Payments Corporation of India है। यह भारत कि एक non profit वित्तीय सेवा निगम [ Corporation ] है जो Retail Payment और settlement systems का काम करती है। NPCI को भारतीय रिज़र्व बैंक यानी (RBI) और Indian Banks Association (IBA) द्वारा 2008 में संयुक्त रूप से बनाया गया है।
FAQ About NPCI
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