Pledge Share meaning in Hindi

Pledge Share meaning in Hindi

Pledge Shares का मतलब होता है शेअर्स को गिरवी रखना। Share Pledging में एक निवेशक अपने पास होने वाले शेअर्स को collateral के रूप में गिरवी रखकर loan यानी कर्ज लेता है।

इसमें कहीं बार कंपनी के प्रमोटर्स कंपनी में लगने वाली पैसों कि जरुरत को पूरा करने के लिए अपने शेअर्स को collateral के रूप में गिरवी रखते हैं। किसी भी कंपनी में शेअर्स का pledge होना अच्छा संकेत नहीं माना जाता। इसलिए किसी कंपनी के pledge shares को अच्छे से समझना बहुत जरूरी होता है।

आज के इस आर्टिकल में हम pledge shares का अर्थ क्या होता है? क्यों कंपनी के प्रमोटर्स शेअर्स को गिरवी रखते हैं? कैसे हम किसी कंपनी के pledge shares को जान सकते हैं और क्या pledge shares वाली कंपनी में निवेश करना चाहिए इन सारे सवालों के जवाब आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे।

इसी के साथ आज हम यह भी जानेंगे कि कैसे हम अपने शेअर्स को pledge रख सकते हैं और उनके बदले loan ले सकते हैं।

Pledge Shares का मतलब। Pledge Share Meaning in Hindi

आसान भाषा में कहें तो Pledge Shares का मतलब होता है, लोन यानी कर्ज लेने के लिए अपने शेअर्स को Collateral के रूप में गिरवी रखना है। शेअर्स को गिरवी रखकर निवेशक या प्रमोटर्स अपनी या कंपनी कि वित्तीय जरुरतों को पूरा करने के लिए शेअर्स को pledge रखते है और पैसा जुटाते हैं।

Shares को Pledge यानी गिरवी रखने का मतलब होता है अपने शेअर्स के बदले loan यानी कर्ज लेना है। शेअर्स को pledge रखकर भी कंपनीयां, प्रमोटर्स, व्यक्ति शेअर्स पर अपना मालिकाना हक बरकरार रखते हैं।

अगर शेअर्स को pledge रखने वाली कंपनी, प्रमोटर्स या व्यक्ति अपने लोन को चुकाने में विफल रहती है तो लोन देने वाला ऋणदाता उन शेअर्स को मार्केट में बेच सकता है और अपने पैसों को जुटा सकता है।

अगर गिरवी रखे शेअर्स की वैल्यू निश्चित स्तर से नीचे चली जाएं तो प्रमोटर्स को और ज्यादा शेअर्स गिरवी रखने पड़ते हैं या उसे उतने पैसे चुकाने पड़ सकते हैं। इसलिए किसी भी कंपनी के लिए shares का pledge होना अच्छा संकेत नहीं माना जाता।

प्रमोटर्स शेअर्स गिरवी क्यों रखते हैं? Why Promoters Pledge Shares

शेअर्स गिरवी रखने के पीछे कंपनी के प्रमोटर्स के पास कहीं कारण हो सकते हैं। जो कुछ इस प्रकार है :

कहीं बार कंपनी के प्रमोटर्स के पास कंपनी को चलाने के लिए पर्याप्त capital नहीं होने के कारण कंपनी को पैसों की जरूरत होती है और पैसा जुटाने का अन्य कोई विकल्प नहीं होने पर प्रमोटर्स शेअर्स को pledge रखने का निर्णय ले सकते हैं।

Shares को pledge रखना किसी भी कंपनी के लिए पैसा जुटाने का अंतिम उपाय तौर पर देखा जाता है। यह कंपनी के लिए अच्छा संकेत नहीं होता है।

क्योंकि Shares Pledge के अलावा हिस्सेदारी बेचना या लोन लेना कंपनी के पैसा जुटाने का अधिक सुरक्षित तरीका होता है। अगर कंपनी शेअर्स को गिरवी रख रही है तो इसका मतलब कंपनी के पास बाकी विकल्प नहीं बचे है या कंपनी को लोन नहीं मिला रहा है।

जो संकेत होता है कि कंपनी के पास पैसों कि कमी है और कंपनी घाटे में चल रही है।

कंपनी के pledge shares को कैसे जाने?

किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले हमें उसके बारे में बहुत सारी चीज़ों के बारे में जानना जरूरी होता है। इन्हीं में से एक है कंपनी के Pledge Shares को जानना।

किसी भी कंपनी के pledge shares को जानने के लिए आप NSE की वेबसाइट पर जाकर इसे देख सकते है। उस लिंक वर जाने के लिए यहां पर क्लिक करें। उसके बाद आपके सामने जो विंडो ओपन होगी उसमें आपको जिस कंपनी का data देखना है उसका नाम डालना है।

pledge shares example data on nse
pledge shares data on nse

कंपनी के pledge shares को देखने का दुसरा और सबसे आसान तरीका है moneycontrol वेबसाईट पर जाकर किसी भी कंपनी के pledge shares को देखना।

check any company pledge shares in moneycontrol
Pledge Shares data on moneycontrol

जैसे कि आप ऊपर देख सकते है moneycontrol वेबसाइट पर आप ना सिर्फ कंपनी के pledge shares को देख सकते है बल्कि पिछले सालों के pledge shares को भी देख सकते है। जिससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि कंपनी के pledge shares पिछले सालों में बढ़े हैं या कम हुएं हैं।

क्या pledge shares वाली कंपनी में निवेश करना चाहिए?

वैसे देखा जाए तो किसी कंपनी के शेअर्स का गिरवी होना अच्छा संकेत नाही होता है। लेकिन हमेशा शेअर्स का प्लेज होना बुरा हो यह जरूरी नहीं है। क्योंकि कुछ प्रमोटर्स बिना अपनी हिस्सेदारी बेचे और लोन के पैसा जुटाने के लिए भी शेअर्स को गिरवी रखते हैं।

इसलिए pledge shares वाली कंपनी में हमें यह देखना चाहिए कि वह कंपनी कितना मुनाफा कमा रही है? क्या कंपनी इतना मुनाफा कमा रही है कि pledge shares के बावजूद उसमें निवेश करने की जोखिम लेना एक अच्छा सौदा होगा?

इसी के साथ आपको यह देखना के कि प्रमोटर्स ने अपने हिस्सेदारी में से कितने प्रतिशत शेअर्स को pledge रखा है। कहीं बार प्रमोटर्स के हिस्सेदारी का छोटा सा हिस्सा ही pledge होता है। ऐसी कंपनियों में निवेश करने में कोई बुरी बात नहीं है।

लेकिन कहीं ऐसी कंपनियां होती है जिनके प्रमोटर्स अपने हिस्सेदारी का बहुत बड़ा हिस्सा यानी 50% से 70% या कहीं बार 90% तक के हिस्से को Pledge रखते हैं। ऐसी कंपनियों में निवेश करने से हमें बचना चाहिए।

शेयर गिरवी रखने के फायदे।

  • शेअर्स को गिरवी रखकर प्रमोटर्स को बिना अपनी हिस्सेदारी बेचे उसपर आसानी से लोन मिलता है। क्योंकि यह सुरक्षित लोन होता है इसलिए यह कम ब्याज दर पर मिलता है।
  • कंपनी के विभिन्न व्यवसायों में लगने वाली वित्तीय जरुरतों को पुरा करने के लिए शेअर्स को गिरवी रखकर रखना उपयोगी होता है।
  • शेअर्स को गिरवी रखकर भी शेअर्स से जुड़े सभी लाभ निवेशक को मिलते रहते हैं। जैसे शेअर्स का मूल्य बढ़ना और शेअर्स पर मिलने वाला डिविडेंड प्राप्त करना।
  • शेअर्स को गिरवी रखकर एक निवेशक अपने शेअर्स के बदले अतिरिक्त पैसा जुटा कर उन्हें अन्य कामों के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

शेयर गिरवी रखने के नुकसान।

  • शेअर्स को गिरवी रखने का एक जोखिम यह है कि अगर प्रमोटर्स निश्चित समय में अपने कर्ज को चुकाने में असफल रहता है तो ऋणदाता उन शेअर्स को मार्केट में बेच सकता है।
  • प्रमोटर के लोन चुकाने में असफल रहने पर उस कंपनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और उस कंपनी के शेअर्स में गिरावट हो सकती है।

क्या हम अपने शेअर्स को pledge रख सकते हैं?

अगर बात शेअर्स को pledge रखने कि हो तो हां हम शेअर्स को pledge रख सकते हैं।

  • इसके लिए सबसे पहले आपको अपने demat account में जाकर pledge share कि request डालनी होती है।
  • जैसे कि आपको कितने शेअर्स pledge रखने है।
  • इस request के बाद आपका ब्रोकर इसे आपके डिपॉज़िटरीज के पास भेजाता है।
  • डिपॉज़िटरीज से Aproval मिलने के बाद आपके शेअर्स pledge हो जाते हैं।
  • यहां पर आपको बता दें कि अपने रखें pledge shares के बदले आपके शेअर्स की वैल्यू के जितना भी मार्जिन नहीं मिलता है। बल्कि शेअर्स की जितनी वैल्यू होती है उसके 65% से 70% तक का ही collateral margin आपको दिया जाता है।

बाकी बचा हिस्सा haircut के तौर पर रखा जाता है। यहां पर haircut का मतलब बाल काटने से नहीं है।

जब आप शेअर्स को गिरवी रखते हैं तब 30% से 35% के कम भाव पर उन्हें गिरवी रखा जाता है। क्योंकि शेअर मार्केट में आपके द्वारा गिरवी रखे शेअर्स के भाव बढ़ते घटते रहते हैं। इसलिए इन्हें पहले से ही कम भाव पर गिरवी रखा जाता है।

आपके शेअर्स की वैल्यू को आपको मिलने वाले collateral margin के बीच के अंतर को ही haircut कहा जाता है।

सारांश।

Pledge Shares वह शेअर्स होते हैं तो प्रमोटर द्वारा कंपनी के वित्तीय लक्ष्य तथा व्यवसाय कि आवश्यकता को पूरा करने के लिए कर्ज लेने के लिए collateral के रूप ऋणदाता के पास गिरवी रखें जातें हैं। किसी कंपनी के प्रमोटर्स के शेअर्स pledge होना अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। इक सामान्य निवेशक भी अतिरिक्त नगदी के लिए अपने शेअर्स को pledge रख सकता है।

  1. क्या pledge shares को बेच सकते हैं?

    हां। आप अपने pledge shares को जब चाहे बेच सकते हैं। बस आपके अकाउंट में उसके लिए पर्याप्त मार्जिन होना चाहिए।

  2. Shares को pledge करने के नुकसान क्या है?

    अगर किसी कारण से शेअर्स का मालिक अपने कर्ज को चुकाने में असफल रहे तो ऋणदाता जब चाहे उन pledge shares को बेच सकता है।

  3. Share Pledging में haircut क्या होता है?

    आपके शेअर्स की वैल्यू को आपको मिलने वाले collateral margin के बीच के अंतर को ही haircut कहा जाता है।

Open a Demat account with zerodha and upstox and start your investment journey today!

Leave a Comment